पीएम किसान योजना के लिए नया फार्मर रजिस्ट्रेशन कैसे करें, पूरी प्रक्रिया सरल भाषा में जानें और लाभ प्राप्त करें। आसान स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
भारत में किसानों के लिए कई सरकारी योजनाएं चलाई जाती हैं, जिनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) प्रमुख हैं। इस योजना के तहत सरकार प्रत्येक वर्ष ₹6000 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जो तीन किस्तों में वितरित होती है। अगर आप किसान हैं और इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे पहली जरूरत होगी फार्मर रजिस्ट्रेशन। इस ब्लॉग में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि नया फार्मर रजिस्ट्रेशन कैसे किया जाता है, साथ ही पीएम किसान योजना के लिए आवेदन कैसे करें, पूरी प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाएंगे।
पीएम किसान योजना और फार्मर रजिस्ट्रेशन का महत्व
पीएम किसान योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सालाना ₹6000 की आर्थिक सहायता किसान परिवारों को दी जाती है। यह सहायता तीन बराबर किस्तों में किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है।
फार्मर रजिस्ट्रेशन क्यों जरूरी है?
प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक है कि किसान का डेटा सरकार के पास सही और आधिकारिक रूप में दर्ज हो। यह जानकारी फार्मर रजिस्ट्रेशन के माध्यम से ही जमा होती है। फॉर्मर रजिस्ट्री से किसान की पहचान होती है और आने वाली अन्य योजनाओं के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
फॉर्मर रजिस्ट्रेशन के फायदे
- पीएम किसान योजना का लाभ सरलता से प्राप्त करें।
- किसान सुविधा केंद्रों और सरकारी पोर्टल्स पर विभिन्न सेवाओं का लाभ।
- भविष्य के कृषि संबंधित योजनाओं में प्राथमिकता।
- किसान की भूमि और पहचान का डिजिटल रिकॉर्ड।
नया फार्मर रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
यहाँ हम चरणबद्ध तरीके से समझाएंगे कि आप ऑनलाइन पीएम किसान पोर्टल और राज्य सरकार के पोर्टल पर फॉर्मर रजिस्ट्रेशन कैसे कर सकते हैं।
1. आधिकारिक पोर्टल पर जाएं
सबसे पहले इंटरनेट पर “PM किसान” सर्च करें। वेबसाइट खुलेगी, वहाँ “Farmer Corner” सेक्शन में “New Farmer Registration” विकल्प दिखाई देगा जिसे क्लिक करना है।
2. आधार और मोबाइल नंबर डालें
- अपना आधार नंबर और अनन्य मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- मोबाइल नंबर यूनिक होना आवश्यक है यानी वह पोर्टल पर पहले से रजिस्टर नहीं होना चाहिए।
- राज्य का चयन करें और कैप्चा भरें।
3. OTP के जरिए वेरिफिकेशन
- ओटीपी प्राप्त करें और उसे दर्ज करें।
- यदि “Farmer ID Not Generated” का मैसेज आए तो अपने राज्य के फार्मर पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
4. राज्य के फार्मर पोर्टल पर यूजर अकाउंट बनाएं
- Create New User Account ऑप्शन चुनें।
- आधार नंबर भरें और टर्म्स एंड कंडीशंस एक्सेप्ट करें।
- मोबाइल नंबर डालकर OTP वेरिफाई करें।
- पासवर्ड सेट करें और अकाउंट बनाएँ।
5. लॉगिन कर फार्मर रजिस्ट्रेशन करें
- लॉगिन पेज पर मोबाइल नंबर और पासवर्ड डालें।
- फार्मर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना प्रारंभ करें।
फार्मर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने की प्रक्रिया
1. व्यक्तिगत जानकारी भरें
- नाम, पिता का नाम, जाति (जनरल, ओबीसी, एससी, एसटी) हिन्दी में भरें।
- मोबाइल नंबर अपडेट करें या यदि आवश्यक हो तो बदलें।
- आधार नंबर से फोटो स्वतः आ जाएगी।
2. पता विवरण
- वर्तमान आवासीय पता अंग्रेजी और हिंदी दोनों में दर्ज करें।
- यदि पता बदला है तो नवीनतम पता अपडेट करें।
- पिन कोड, जिला, तहसील की पूरी जानकारी भरें।
3. भूमि स्वामित्व की जानकारी
- फार्मर टाइप चुनें (जैसे कि मालिक, किरायेदार।)
- खेती का प्रकार चुनें (कृषि व भूमि अर्जन)।
- भूमि का विवरण (जमीन का पता, सर्वे नंबर, खतौनी नंबर) भरें।
4. खतौनी या जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड कैसे प्राप्त करें?
- अपने राज्य के भू-लेख विभाग की वेबसाइट पर जाकर खतौनी नकल देखें।
- जिला, तहसील, गांव का चयन करें।
- खाता नंबर या गाटा संख्या के आधार पर खतौनी डिटेल डाउनलोड करें।
- खतौनी की डिजिटल कॉपी डाउनलोड कर अपने पास रखें।
5. जमीन के विवरण को फॉर्म पर भरें
- सर्वे नंबर, खतौनी नंबर जैसे विवरण दर्ज करें।
- सभी जमीनों के डिटेल्स जोड़ें (यदि अधिक भूमि है तो बार-बार यह काम करें)।
- “माय नेम इज नॉट देयर इन लिस्ट ऑफ ओनर” वाला ऑप्शन भी इस्तेमाल कर सकते हैं यदि नाम सूची में नहीं दिखता।
रजिस्ट्रेशन की पुष्टि और डिजिटल साइन
1. फार्मर डिटेल्स की विज़ुअल प्रूफिंग
- आप जो विवरण भरते हैं उसे जांचें, पूर्ण जानकारी भरनी आवश्यक है।
- जमीन का कुल क्षेत्रफल, पता, जाति आदि विवरण सही होना चाहिए।
2. दस्तावेज़ और स्वीकृति
- पीडीएस राशन कार्ड, फैमिली आईडी जैसी वैकल्पिक डिटेल्स भरें (यदि उपलब्ध हो)।
- फार्मर कंसेंट एवं विभागीय अनुमोदन के विकल्पों को अपनाएं।
- सेव और प्रोसिड टू ईसाइन पर क्लिक करें।
3. डिजिटल साइनिंग
- NSDL इ-सरकारी साइनिंग पेज पर जाकर आधार नंबर दर्ज करें।
- OTP के माध्यम से डिजिटल साइनिंग पूरी करें।
- फॉर्म सबमिट करें।
फार्मर आईडी प्राप्ति और आगे की प्रक्रिया
1. रजिस्ट्रेशन सफल होने पर
- फार्मर आईडी या एनरोलमेंट नंबर तुरन्त जनरेट होता है।
- रजिस्ट्रेशन की पावती डाउनलोड करें।
- सभी डिटेल्स पोर्टल पर सुरक्षित रूप से दिखाई देंगी।
2. स्टेटस की जांच करना
- पोर्टल के मेनू में जाकर फॉर्मर रजिस्ट्री स्टेटस चेक करें।
- आवेदन स्थिति “Pending” रहने पर वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करें।
- अप्रूवल के बाद ही किसान पीएम किसान योजना का लाभ उठा पाएंगे।
3. पीएम किसान योजना के लिए आवेदन
- फार्मर रजिस्ट्री पूर्णतः अप्रूव हो जाने के बाद पीएम किसान पोर्टल पर आधार नंबर डालकर आवेदन करें।
- पूरी प्रक्रिया के लिए संबंधित वीडियो या गाइड से सहायता लें।
निष्कर्ष
फार्मर रजिस्ट्रेशन पीएम किसान योजना में आवेदन करने की पहली और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। किसानों के लिए यह जरूरी है कि वे खुद को डिजिटल रूप से पंजीकृत कराएं ताकि योजना के लाभ समय पर पहुंच सकें। उपरोक्त गाइड में हमने फॉर्मर रजिस्ट्रेशन से लेकर डिजिटल साइनिंग और अंतिम सबमिशन तक की पूरी प्रक्रिया विस्तारपूर्वक समझाई है। इस प्रक्रिया का पालन कर आप स्वयं को पीएम किसान योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं के लिए पात्र बना सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. फार्मर रजिस्ट्रेशन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए?
आधार कार्ड, खेतों का खतौनी या जमीन का रिकॉर्ड, मोबाइल नंबर और पता प्रमाण आवश्यक हैं।
2. क्या फार्मर रजिस्ट्री सभी राज्यों में एक जैसी होती है?
फॉर्म का स्वरूप लगभग समान होता है, लेकिन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और पोर्टल राज्य विशेष के अनुसार अलग हो सकते हैं।
3. खेत की भूमि का खतौनी नंबर कैसे पता करें?
अपने राज्य के भू-लेख विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन खतौनी नकल डाउनलोड कर सकते हैं।
4. क्या मोबाइल नंबर बदला जा सकता है?
हा, रजिस्ट्रेशन के दौरान मोबाइल नंबर अपडेट या चेंज करने का विकल्प होता है।
किसानों के विकास के लिए यह जानकारी अत्यंत लाभकारी है। उम्मीद है इस ब्लॉग पोस्ट से आपको पीएम किसान योजना के लिए फॉर्मर रजिस्ट्रेशन करना आसान लगेगा। यदि आपके पास कोई प्रश्न हैं तो कृपया कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।